एजेंसी/ वाशिंगटन/ अमेरिका : अमेरिका में अबकी बार युवा व अनुभवी सरकार – बेहद उतार-चढ़ाव वाले दौर और लंबी जेहो जेहाद के बाद बुधवार को 14 साल के डेमोक्रेट जोशेफ आर बाइडेन अमेरिका के 46 राष्ट्रपति बन गए, उनके साथ कमला हैरिस 56 वर्षीय पहली महिला असलियत और भारतवंशी उप-राष्ट्रपति बनी, भारी सुरक्षा इंतजामों के बीच शपथ ग्रहण समारोह में लगभग 1200 लोग शामिल हुए

इस दौरान समारोह में सोशल डिस्टेंसिंग दिखी शपथ ग्रहण समारोह में बिल क्विंटल पत्नी हिलेरी के साथ और पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश पत्नी लारा बुश के साथ पहुंचे बराक ओबामा और मिशेल भी यहां मौजूद रहे डोनाल्ड ट्रंप कार्यक्रम से दूर रहे लेकिन पूर्व उपराष्ट्रपति माइक पहन शपथ ग्रहण में शामिल होने के लिए कैपिटल हिल पहुंचे
कोरोना के साथ-साथ कई घरेलू और बाहरी मोर्चों पर झूल रहे हैं अमेरिका को नई दिशा देने के लिए जोशेफ आर बाइडेन ने अपने लंबे चौड़े मंत्रिमंडल का भी गठन कर लिया,जोशेफ आर बाइडेन के मंत्रिमंडल में ट्रंप की तुलना में महिलाएं ( 50%) अश्वेत और अनुभवी (95%) लोग काफी ज्यादा है ट्रंप की कैबिनेट में पुरुष, श्वेत,उम्रदराज और कम अनुभवी लोग अधिक थे, जोशेफ आर बाइडेन ने अपने कार्यकाल के पहले 100 दिन के लिए कई महत्वपूर्ण लक्ष्य रखे हैं
जोशेफ आर बाइडेन का मंत्रिमंडल :
मीरा टंडन : डायरेक्टर ऑफ़ मैनेजमेंट एंड बजट
डॉक्टर विवेक मूर्ति : अमेरिकी सर्जन जनरल
विनीता गुप्ता : एसोसिएट और टोनी जन,डिओजे
उजा जेया :अंडर सेक्रेट्री, सिविलियन सिक्योरिटी
सबरीना सिंह : वाइट हॉउस डिप्टी प्रेस सेक्टरी
माल अडींगा : फर्स्ट लेडी जिल की पालिसी डाय
गरिमा वर्मा :फर्स्ट लेडी की डिजिटल डायरेक्टर
आयशा शाह : पार्टनरशिप मैनेजर, डिजिटल डारेक्टर
समीरा फजिली : डिप्टी डायरेक्टर, एनइसी
गौतम राघवन : डिप्टी डायरेक्टर, वाइट हाउस
विनय रेड्डी : डायरेक्टर, स्पीच राइटिंग
वेदांत पटेल : वाइट हाउस, लोअर प्राइस
तरुण छाबड़ा : सीनियर डायरेक्टर, टी एंड एन एस
सुमोना गुहा :वरिष्ठ निदेशक फॉर साउथ एशिया
सोनिया अग्रवाल : एडवाइजर क्लाइमेट पॉलिसी

ट्रंप ने बाइडेन को कोरोना कर्ज और बेरोजगारी में डूबा देश सोपा : नये राष्ट्रपति जो बाइडेन के सामने कोरोना महामारी के साथ अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाना प्रमुख चुनौती होगी बाइडेन के सामने बाइडेन के सामने कोरोना, कर्ज और कमाई यह तीन बड़ी चुनोतिया है-अमेरिका में अबकी बार युवा व अनुभवी सरकार
2016 में ट्रम्प ने राष्ट्रपति पद संभाला तो अमेरिका में हर महीने 3000 नई नौकरियां पैदा हो रही थी, वही उनके कार्यकाल में यह हर महीने 2133 नौकरियां ही रह गई , हालाँकि अमेरिका में बेरोजगारी दर घटने के बाद फिर से बढ़ रही है
न्यूज :- देवेंद्र कुमार टांक